हार्मोनल असंतुलन के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार : Home remedies for Hormonal Imbalance
Imbalance Hormones को बैलेंस करने के लिए बेहद फायदेमंद और कारगर हैं ये 6 आसान तरीके
भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलती लाइफस्टाइल की वजह से महिलाएं अपनी डाइट पर ध्यान नहीं दे पाती हैं. उनका डेली रूटीन भी बिगड़ जाता है. असंतुलित आहार, पॉल्युशन की वजह से उनमें हार्मोनल असंतुलन होने लगता है.
Hormonal Imbalance Problem:
शरीर की बेहतर कार्यप्रणाली के लिए हार्मोन्स का संतुलित रहना बहुत आवश्यक माना जाता है। हार्मोन ऐसे रसायन होते हैं जो रक्त के माध्यम से अंगों, त्वचा, मांसपेशियों और अन्य ऊतकों तक संदेश पहुंचाकर शरीर में विभिन्न कार्यों का समन्वय बनाए रखने में मदद करते हैं। ये संकेत आपके शरीर को बताते हैं कि क्या करना है और कब करना है? हार्मोन्स में होने वाली समस्या के कारण सामान्य कामकाज प्रभावित हो सकता है।
महिला और पुरुष दोनों में हार्मोन असंतुलन के कारण अलग-अलग तरह की समस्या होने का खतरा हो सकता है। यही कारण है कि सभी लोगों को इस समस्या से बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहने चाहिए।
अच्छी लाइफस्टाइल और एक हेल्दी डाइट के जरिए हार्मोन्स में होने वाली गड़बड़ी को ठीक किया जा सकता है. आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो हार्मोन के असंतुलन को ठीक करने में आपकी काफी हद तक मदद कर सकती हैं. आइए जानते हैं उन चीजों के बारे में जो शरीर में हार्मोन्स के लेवल को मेनटेन करने में आपकी मदद कर सकती हैं.
Hormonal imbalance के संकेत
चिंता, तनाव और अकेलापन फील होना
मूड का जल्दी-जल्दी बदलना
बालों का तेजी से झड़ना
खराब नींद, यौन इच्छा में कमी
वजन बढ़ना, अनियमित पीरियड्स और पीरियड में देरी
चेहरे पर बाल या मुंहासे होना
हार्मोनल असंतुलन क्या है?
हार्मोन शरीर के रासायनिक संदेशवाहक हैं जो चयापचय और प्रजनन जैसी कई प्रमुख प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार हैं। इनका निर्माण अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा होता है। तीन प्रमुख श्रेणियां हैं थायराइड, एड्रेनल और सेक्स हार्मोन, और ये सभी एक साथ काम करते हैं। जब इनमें से एक ग्रंथि बहुत अधिक या बहुत कम हार्मोन का उत्पादन करती है, तो इससे शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो जाता है क्योंकि अन्य ग्रंथियों को इसमें शामिल होना पड़ता है, जिससे उन पर दबाव पड़ता है और अधिक असंतुलन हो सकता है।
यदि आप उन लोगों में से हैं जो इस समस्या के इलाज के लिए प्राकृतिक विकल्प तलाश रहे हैं, तो नीचे स्क्रॉल करें। नीचे विभिन्न तरीके दिए गए हैं जिनसे आप प्राकृतिक रूप से हार्मोनल असंतुलन का इलाज कर सकते हैं।
जानिए हॉर्मोनल इमबैलेन्स को ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपाय
•एक्सरसाइज़ करें
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार शारीरिक गतिविधि हार्मोनल स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। आपकी मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह में सुधार के अलावा, व्यायाम हार्मोन रिसेप्टर संवेदनशीलता को बढ़ाता है, जिसका अर्थ है कि यह पोषक तत्वों और हार्मोन संकेतों को बढ़ाता है।
•स्वस्थ मात्रा में प्रोटीन का सेवन करें
सर्वोत्तम हार्मोन स्वास्थ्य के लिए, प्रोटीन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रोटीन आपके द्वारा खाए जाने वाले प्रत्येक भोजन का हिस्सा होना चाहिए।
अध्ययनों से पता चला है कि उचित मात्रा में प्रोटीन खाने से आपको परिपूर्णता का एहसास होता है। जब आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है तो आप मंचिंग से दूर रहते हैं। ऐसे में आपके शरीर के मेटाबालिज़्म बढ़ता है और वसा जलने की प्रक्रिया को भी बढ़ावा मिलता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रोटीन आपके 'भूख हार्मोन' (घ्रेलिन नामक हार्मोन) के स्तर को कम करता है और हार्मोन का उत्पादन बढ़ाता है जो आपको भोजन के बाद भरा हुआ महसूस कराता है।
•स्वस्थ वसा खाएं
आमतौर पर हम सब यही जानते और मानते हैं कि फैट हमारी सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। पर सभी फैट खराब नहीं होते हैं। मध्यम-श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स (एमसीटी) सहित स्वस्थ वसा हमें तत्काल ऊर्जा प्रदान करते हैं।
यह मधुमेह रोगियों के साथ-साथ अधिक वजन वाले या मोटे लोगों में इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में मदद करते हैं। आप नारियल के तेल, ताड़ के तेल और शुद्ध एमसीटी तेल सहित विभिन्न प्रकार के तेलों में एमसीटी पा सकते हैं।
•अलसी के बीजों का उपयोग
अलसी के बीजों से भी हारमोंस को संतुलित किया जा सकता है। ऐसे में अलसी के बीज का सेवन प्रतिदिन करें। ऐसा करने से न केवल मासिक धर्म के दर्द से आराम मिलता है। बल्कि इसके अंदर पाए जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड हार्मोन को संतुलित भी रखने में भी आपकी मदद कर सकते हैं।
•डार्क चॉकलेट का सेवन
अकसर हम डाार्क चॉकलेट का उपयोग स्वास्थ्य को अच्छा करने और मूड स्विंग की समस्या को दूर करने में किया जाता है। लेकिन आपको बता दें कि डार्क चॉकलेट एंड्रोफिन हार्मोन के स्तर को बढ़ाने में उपयोगी है। इस हारमोन के बढ़ने से व्यक्ति डिप्रेशन की समस्या से दूर रहता है हर ख़ुशी का एहसास करता है। इसके अलावा हारमोन के असंतुलन की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है।
•अश्वगंधा
अश्वगंधा का नाम आपने कई बार सुना होगा। यह एक ऐसी हर्ब है, जो हार्मोन असंतुलन से होने वाले सभी लक्षणों को ठीक करती है। इसमें मौजूद एडाप्टोजेनिलिक गुण शरीर को तनाव से छुटकारा दिलाते हैं। शायद आप नहीं जानते लेकिन तनाव आपकी हार्मोनल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है।
इससे हार्मोन तो इंबैलेंस होते ही हैं साथ ही कई स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा हो जाती हैं। ऐसे में यह कोर्टिसोल लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसके अलावा यह थायराइड फंक्शन को बेहतर बनाने में भी कारगर है।
•मेथी दाना
यह मेथी एस्ट्रोगेनिक इफ़ेक्ट को बढावा देता है। साथ ही यह लो ब्लड शुगर और ग्लूकोज मेटाबॉल्जिम की खराबी को ठीक करती है। रोजाना एक कप गरम पानी में 1 चम्मच मेथी दाने को 15 मिनट तक के लिये भिगो कर फिर छान कर दिन में 3 बार पियें। इसके साथ में आप नींबू या शहद भी मिक्स कर सकती हैं। अगर मेथी आपको सूट न करे, तो आप सौंफ का सेवन कर सकती हैं।
•नारियल तेल
कोकोनट ऑइल प्राकृतिक रूप से हाइपोथायरायडिज्म जैसी बिमारी को ठीक कर देता है। यह ब्लड शुगर लेवल और वजन को कम करता है। नारियल तेल दिल के लिये बिल्कुल भी हानिकारक नहीं है। आपको हर दिन 2 से 3 चम्मच एकस्ट्रा वर्जिन कोकोनट ऑइल जरुर खाना चाहिये।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।