इस तेल की मालिश बदन दर्द मिटाए:हाथों-पैरों में दर्द से राहत दे

हाथ और पैरों की नसों में हो रहा है असहयनीय दर्द, 
इन उपायों से चुटकियों में पाएं राहत...........


Hath pair me dard ke gharelu upay नमस्कार दोस्तों कभी-कभी कुछ लोगों के हाथ पैर में दर्द की समस्या होने लगती है अक्सर हाथ पैर में दर्द होता ही रहता है और कुछ लोगों की यह समस्या होती है कि वह जब कोई अधिक काम करते हैं या फिर चलना फिरना पड़ता है तब उनके हाथ पैर में दर्द होता है आमतौर पर जिसके हाथ पैर दर्द होते हैं..
एक-दो दिन में उनके पैर हाथ दर्द करना बंद कर देंगे लेकिन फिर भी वह घरेलू उपाय का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे कि उन्हें राहत मिल सके हाथ पैर दर्द करने की समस्या से कई लोग पीड़ित हैं इसमें बुजुर्गों की संख्या अधिक आती है.

चाहे दर्द जोड़ों का हो या हाथ पैर दर्द हो रहे हो, आजकल हमारे घरों में थोड़ा सा दर्द होने पर इलाज के लिए अंग्रेजी दवाओं का प्रयोग करने की परम्परा सी हो गई है। एलोपैथी मेडिसिन लेने से एक बार तो आराम मिल जाता है, पर ये दवायें हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैl इन दवाओं के लगातार सेवन से हमारी किडनी पर इसका बुरा असर पड़ता हैl 
आइये अब जाने की कैसे घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे से हम हाथों और पैरों में दर्द, सूजन और जलन से छुटकारा पा सकते है, हाथ पैर में दर्द का इलाज ,natural home remedies tips for legs and hands pain relief in hindi.

हाथ में दर्द क्या है? – What is Hand Pain in Hindi

कई बार लोग किन्हीं वजहों से पूरे हाथ या पैर  में या हाथ के किसी विशेष हिस्से में दर्द की शिकायत करते हैं। इसमें पूरे हाथ में ऐंठन, उंगलियों में या कलाई में जोरदार दर्द हो सकता है। यह दर्द हल्का या तीव्र होने के साथ-साथ अचानक भी हो सकता है। हाथ का दर्द कई कारणों से हो सकता है, जिसके बारे में आगे लेख में जानकारी दी गई है।





हाथ पैर में दर्द का इलाज के घरेलू उपाय और नुस्खे
Hand and Leg Pain Treatment Tips in Hindi

अरंडी का तेल (castor oil)

पैरों के दर्द को दूर करने के लिए अरंडी का तेल रामबाण इलाज है। अंग्रेजी में इसे कैस्टर ऑइल कहा जाता है जो तमाम तरह के औषधीय गुणों से भरपूर होता है। तमाम लोग सेहतमंद रहने के लिए अक्सर घरेलू उपायों का सहारा लेते हैं और इन्हीं में से एक है- अरंडी का तेल। अगर आपको पैरों में दर्द है तो आप अरंडी के पत्तों और इसके तेल का प्रयोग कर सकते हैं।
तेल मिलता है तो आप तेल से मालिश करें और इसकी उपलब्धता नहीं है तो इसका पेड़ आसानी से मिल जाता है जिसके पत्तों को कढ़ाई में फ्राई करें और इसमें थोड़ा नमक एड करें। इसके बाद हल्का ठंडा करें और फिर इस पेस्ट को दर्द वाली जगह पर रखकर कपड़े या पट्टी से बांध लें। इससे कुछ ही मिनटों में दर्द में आराम मिलता है।

हल्दी :

हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इनफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। इसके ये गुण दर्द दूर करने में इसे मददगार बनाते हैं। इसके अलावा हल्दी में करक्यूमिन नामक एक तत्व भी पाया जाता है जो दर्द के साथ-साथ सूजन भी कम कर सकता है। इसलिए आप हल्दी का इस्तेमाल पैर दर्द दूर करने में कर सकते हैं। आपको पैर पर हल्दी का एक लेप बनाकर लगाना होगा। इसके लिए तिल के तेल में एक दो चम्मच हल्दी मिलाकर लेप तैयार किया जा सकता है। इस लेप को कम से कम आधे घंटे के लिए लगाएं। इसके अलावा आप हल्दी वाला दूध बनाकर भी पी सकते हैं।

आइस पैक :

हमेशा ध्यान में रखने कि पैरों में किसी भी तरह का दर्द हने पर या किसी भी तरह की चोट की स्थति में आइस पैक का इस्तेमाल करें। इसके लिए बर्फ के टुकड़ों को किसी कपड़े में लपेटकर चोट या दर्द वाली जगह पर सिंकाई करें। ध्यान रहे कभी भी पैरों के दर्द में गर्म सेंक न करें ये दर्द को और ज्यादा बढ़ा सकता है। इसके अलावा शरीर को आराम देना भी दर्द की समस्या को कम करने का अच्छा उपाय है।

धीमी सांस वाली एक्सरसाइज करें

एनसीबीआई में प्रकाशित शोध के अनुसार रोजाना ब्रीथिंग एक्सरसाइज करना आपको हाथ-पैरों और नसों में होने वाले दर्द से छुटाकारा दिला सकती है। शोध के अनुसार धीमी गति से की गई ब्रीथिंग एक्सरसाइज ऑटोनॉमिक फंक्शन (नर्वस सिस्टम से जुड़ा) में सुधार का काम करती है। वर्तमान अध्ययन में 17-19 वर्ष के आयु वर्ग के युवा लोगों पर श्वास अभ्यास के प्रभाव का प्रदर्शन किया गया।
इसमें 60 मेडिकल छात्रों को दो समूहों में विभाजित किया गया। एक धीमी गति से सांस लेने वाला समूह (जो धीमी गति से सांस लेने के व्यायाम का अभ्यास करता था) और तेज़ सांस लेने वाला समूह (जो तेज़ सांस लेने के व्यायाम का अभ्यास करता था)।
तीन महीने की अवधि के लिए श्वास अभ्यास इन्होंने किया फिर सांस लेने के व्यायाम के अभ्यास से पहले और बाद में ऑटोनोमिक फंक्शन टेस्ट किया गया। जिसमें धीमी गति से सांस लेने वाले समूह में पैरासिम्पेथेटिक की गतिविधि बढ़ी हुई थी जबकि तेज सांस लेने वाले समूह में कोई परिवर्तन नहीं देखा गया।

नमक का पानी

  शरीर के जिस हिस्से में दर्द है उसे नमक के पानी (Salt Water) में डुबाकर सिंकाई करने पर दर्द दूर होता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि नमक का पानी सूजन (Swelling) को कम करता है और फूली हुई मसल्स को आराम पंहुचाता है. इससे मसल्स में खिंचाव और तनाव से भी राहत मिलती है. खासकर किसी फिजिकल एक्टिविटी या एक्सरसाइज के बाद शरीर में दर्द हो तो इस नुस्खे को अपनाएं. इसके लिए एक कप नमक को गर्म पानी से भरे टब में डालें और 15 से 20 मिनट दर्द वाले हिस्से को पानी में डुबाकर रखें. दर्द अगर पीठ या कमर में हो तो तौलिये को इस पानी में डुबाएं, निचौड़ें और फिर सिंकाई करें. 
  

नीलगिरी तेल (eucalyptus oil massage in hands and leg pain)

हाथ पैरों में ज्यादा दर्द रहता है तो फिर नीलगिरी के तेल की मालिश करें। यह उन घरेलू उपचारों में से एक हैं जो इस समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। दर्द से आराम पाने के लिए या तो इस तेल सूंघ लें नहीं तो किसी अन्य तेल में मिलाकर प्रभावित जगहों पर मालिश करने से भी काफी आराम मिलता है।  

निर्गुंडी के पत्ते

निर्गुंडी के पत्‍ते के लेप से आप पैरों में सूजन और साइटिका के दर्द में भी आराम पा सकते हैं. निर्गुंडी के पत्तों को सरसों के गर्म तेल में भिगो लें और इसमें नमक मिलाकर कपड़े में बांधें और दर्द वाली जगह पर लगाएं. 

लौंग के तेल से-

लौंग और इसका तेल कई बीमारियों को दूर करने में काफी प्रभावी साबित होता है. लौंग के तेल का इस्तेमाल तो आपने दांतों के दर्द में किया ही होगा. लेकिन यदि आप इसके तेल से हाथों पर मालिश करें तो आपके हाथ की मासपेशियों को काफी राहत मिलेगा.

लहसुन दूर करेगा दर्द  

लहसुन में एंटीबायोट‍िक गुण पाए जाते हैं। शरीर की इम्‍यून‍िटी बढ़ाने के ल‍िए भी ये फायदेमंद होता है। शरीर या मांसपेश‍ियों में दर्द होने का इलाज करना चाहते हैं, तो लहसुन का सेवन करें। दर्द से न‍िजात पाने के ल‍िए लहसुन के तेल का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। लहसुन के तेल से हाथ और पैरों की माल‍िश करें।    

हॉट बैग या साफ सूती कपड़े से सिंकाई

हॉट बैग को जरूरत के हिसाब चार्ज करें। फिर इससे दर्द वाली जगह सिकाई करें। अगर हॉट बैग नहीं, तो साफ सूती कपड़े को कई तह लगाकर में मोड़ लें। इसके बाद गैस पर तवे को गर्म करें। फिर इसी तवे पर कपड़े को कुछ सेकंड के लिए हल्का गर्म करें। कपड़ा जब हल्का गर्म हो जाए तो उससे सिंकाई करें। गर्म सिंकाई को दिन में दो बार किया जा सकता है।



पैर दर्द में क्या खाना चाहिए?

ओमेगा-3 फैटी एसिड/मछली के तेल । 

नट्स और बीज।

हर तरह के फल।

जैतून का तेल।

मसूर और सेम। 

लहसुन और जड़ वाली सब्जियां।

साबुत अनाज।


अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Goa ayurveda इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Popular posts from this blog

गलती से भी न फेंकना आम की गुठली, Cholesterol जैसी गंभीर बीमारियां होंगी दूर, जानिए कैसे करें इस्तेमाल

सावधान! सुबह चाय पीने से होती है ज्यादा थकान, जानें और क्या-क्या होते हैं नुकसान